Hello दोस्तों Welthinfo Blog में आपका स्वागत है दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से हम बात करेंगे स्टॉक मार्केट(Stock Market) में स्विंग ट्रेड (Swing Trading) क्या होता है ? और यह कैसे शुरू किया जाता है और इसके फायदा और नुकसान के बारे में भी चर्चा करेंगे | (Swing Trading क्या होता है ?)
दोस्तों जैसा कि आपको पता है स्टॉक मार्केट में अनेक तरह के व्यापार करके लाभ कमाया जा सकता है जिसमें स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) भी एक खास ट्रेडिंग है स्विंग ट्रेडिंग में जोखिम होने का संभावना कम होता है और यह ट्रेडिंग निवेशक को आकर्षक बनाता है स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है जो ज्यादातर निवेशक को अपने तरफ खींचती है और निवेशक इसे सबसे ज्यादा पसंद भी करते हैं | (Swing Trading क्या होता है ?)
(Swing Trading) स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी रणनीति है जिसमें निवेशक सिर्फ अपने लक्ष्य पर काम करती है इसमें किसी भी स्टॉक को कम से कम एक दिन और ज्यादा से ज्यादा एक हफ्ते या एक महीने के लिए होल्ड किए जाते हैं ज्यादातर निवेशक अपने लक्ष्य पर ध्यान देते हैं, अगर उनके लक्ष्य के अनुसार लाभ जितना जल्दी मिल जाता है वह उतना जल्दी अपने पोजीशन से निकल जाते हैं यानि अपने स्टॉक या शेयर को बेच देते हैं
भारतीय स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग का यह रणनीति बहुत लोकप्रिय है स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) में ट्रैडिंग करने के लिए निवेशक कई तरह के तकनीक का उपयोग करते हैं इसमें ट्रेडिंग करने के लिए निवेशक बाजार समाचार, तकनीकी चार्ट, स्टॉक्स के स्तर, तकनीकी संकेत आदि का उपयोग करते हैं जिससे यह सारे तकनीक और अध्ययन निवेशक को एक लाभदायक निवेशक बनता है | (Swing Trading क्या होता है ?)
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Swing Trading कैसे शुरू करें
(Swing Trading) स्विंग ट्रेडिंग एक लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीति है लेकिन ऐसा नहीं है कि इसमें जोखिम नहीं होता है अगर हम जोखिम की बात करें तो इसमें भी कई तरह से निवेशकों को जोखिम का सामना करना पड़ता है अगर आप (Swing Trading) स्विंग ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं तो अपने जोखिम को ध्यान में रखकर व्यापार करें ट्रेडिंग शुरू करने से पहले शेयर बाजार को ठीक से अध्ययन करेंऔर समझे, ट्रेडिंग करने के लिए बाजार समाचार, तकनीकी चार्ट, तकनीकी संकेत, शेयर के स्तर और कीमत को ध्यानपूर्वक अध्ययन करें, जिससे आपके जोखिम होने का संभावना बहुत कम हो जाएगा और लाभ होने का संभावना बढ़ जाएगा | (Swing Trading क्या होता है ?)
1. Trading or Demate Account खोलें
डीमैट या ट्रैडिंग खाता एक इलेक्ट्रॉनिक वित्तीय खाता होता है जिसमें निवेशक के सारे विनिमय से संबंधित रिकॉर्ड, विनिमय के अनुसार बनता रहता है (Trading or Demate Account) ट्रेडिंग या डीमैट खाता खोलने के लिए सबसे पहले ब्रोकर चुने जो अच्छी सेवा के साथ-साथ निवेशक को अच्छी सलाह और निवेश से संबंधित लाभदायक जानकारी प्रदान करता हो और इसके शुल्क, कमीशन और अन्य संबंधित लागतों को ध्यानपूर्वक समझे,
इसके बाद ब्रोकर आपको एक प्लेटफार्म प्रदान करता है जिसमें आप ट्रेडिंग कर सकते हैं और इसे अपने मोबाइल में भी इंस्टॉल कर सकते हैं भारत में बहुत सारे ब्रोकर हैं जैसे Upstox, AngelOne, Zeerodha आप किसी एक के साथ जुड़कर ट्रेनिंग या डीमैट खाता खोल सकते हैं और अपने निवेश शुरुआत कर सकते हैं | (Swing Trading क्या होता है ?)
2. Stock Or Share चुने
(Demate or Trading Account) डीमेट या ट्रेडिंग खाता खोलने के बाद आप निवेश करने के लिए शेयर या स्टॉक का पहचान कर सकते हैं किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उस कंपनी के शेयर और कंपनी के बारे में ठीक से अनुसंधान करें, और बाजार से संबंधित समाचार को जरुर अध्ययन करें, कंपनी के फंडामेंटल रिसर्च, कंपनी से संबंधित समाचार को ध्यान पूर्वक अध्ययन करें और शेयर से संबंधित तकनीकी चार्ट, तकनीकी संकेत और स्तर का प्रयोग कर सकते हैं जिससे आपको ट्रेडिंग से संबंधित निर्णय लेने में आसान हो जाएगा और आपके लाभ कमाने की संभावना बढ़ जाएगा | (Swing Trading क्या होता है ?)
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Swing Trading के फायदा
(Swing Trading) स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग रणनीति है जिसमें व्यापारी विभिन्न निवेश को कुछ दिनों से कुछ हफ्तों तक रखते हैं ताकि वे उन निवेशो मूल्य के स्विंग (ऊपर और नीचे) का लाभ उठा सकें स्विंग ट्रैडिंग का उद्देश्य होता है स्थितिगत बाजार में होने वाले स्विंग का लाभ उठाना जो कुछ दिनों या हफ्तों के दौरान हो सकते हैं स्विंग ट्रेडिंग करने से पहले बाजार को समझना बहुत जरूरी होता है इसके साथ-साथ आप बाजार समाचार, कंपनी के फंडामेंटल रिसर्च, शेयर के तकनीकी चार्ट और तकनीकी संकेतों का उपयोग कर सकते हैं जिससे आपके लाभ होने की संभावना बढ़ जाता है | (Swing Trading क्या होता है ?)
- क्रतिकारी समय सीमा: Swing trading में आपको निवेश को बहुत लंबे समय तक नहीं रखना होता है। यह ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी अधिकांशत: कुछ दिनों से कुछ हफ्तों तक ही स्थिर रहती है, जिससे निवेशकों को नए मौकों को पहचानने में मदद होती है।
- स्विंग्स का लाभ: इस स्ट्रैटेजी का मुख्य फायदा यह है कि निवेशक स्थितिगत बाजार स्विंग्स से लाभ उठा सकते हैं, चाहे बाजार ऊपर की ओर जा रहा हो या फिर नीचे की ओर।
- स्थितिगत बाजार में काम करना: Swing trading में आपको बाजार के लंबे समय के रुझानों का सामना करने की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि आप स्विंग्स के बीच में निवेश करते हैं।
- नियमित लाभ का अवसर: Swing trading से निवेशक नियमित अंतरालों पर लाभ प्राप्त कर सकते हैं, यदि वे चुने गए स्टॉक्स और स्ट्रैटेजी के साथ सही तरीके से काम करते हैं।
- टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग: Swing trading में टेक्निकल एनालिसिस का विशेष महत्व होता है। चार्ट्स, इंडिकेटर्स, और ग्राफों का उपयोग करके ट्रेडर्स मूल्य में स्विंग्स को पहचान सकते हैं और उससे लाभ उठा सकते हैं।
हालांकि, यह जरूरी है कि निवेशक स्विंग ट्रेडिंग से पहले बाजार की गहरी समझ हासिल करें और सावधानीपूर्वक निवेश करें, क्योंकि बाजार में हमेशा रिस्क होता है और ट्रेडिंग में लाभ होना निश्चित नहीं होता।
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Swing Trading के नुकसान